जुगनू खान संवादाता काशीपुर
काशीपुर। अपात्र राशनकार्डधारकों पर शिकंजा कसा जा रहा है। अपात्रों ने राशनकार्ड वापस या समर्पित नहीं किए तो मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। सख्ती बरतने के इस अभियान में अब सिर्फ 11 दिन शेष रह गए हैं। विभागीय सख्ती को देखकर काशीपुर में 304 सफेद राशनकार्ड धारकों तथा 5 अंत्योदय राशनकार्ड धारकों ने अपने राशनकार्ड विभाग को समर्पित कर दिये हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपात्र राशनकार्डधारकों के विरुद्ध सख्त अभियान शुरू किया था। इससे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत पात्र परिवारों और व्यक्तियों के लिए सस्ता खाद्यान्न योजना को सुचारू चलाना संभव हुआ है। उत्तराखंड ने भी उत्तर प्रदेश की इस सफलता से उत्साहित होकर यह कदम उठाने का निर्णय किया है। प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अभियान (एनएफएसए) में 1.84 लाख से अधिक अंत्योदय और तकरीबन 12 लाख प्राथमिक परिवार राशनकार्डधारक हैं। इन राशनकार्डों में दर्ज 61.94 लाख यूनिट वर्तमान में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत निश्शुल्क मिल रहे खाद्यान्न का लाभ उठा रही हैं। बड़ी संख्या में ऐसे परिवार हैं, जो पात्रता के दायरे से बाहर हैं। खाद्य विभागों को विभिन्न माध्यमों से जानकारी मिली है कि एनएफएसए के अंतर्गत बड़ी संख्या में ऐसे भी परिवार हैं, जो अब पात्रता के दायरे से बाहर हो चुके हैं। दरअसल प्राथमिक परिवार राशनकार्डधारक के लिए वार्षिक आमदनी 1.80 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। वहीं विभागीय मानकों के अनुसार अंत्योदय परिवार के लिए सालाना आमदनी की सीमा 15 हजार रुपये है। विभाग को ऐसे आवेदन बड़ी संख्या में मिल रहे हैं जो एनएफएसए के अंतर्गत राशनकार्ड बनाना चाहते हैं और पात्रता की शर्तें भी पूरी कर रहे हैं। इसके बावजूद विभाग नए राशनकार्ड नहीं बना पा रहा है।
विभाग के समक्ष यह संकट केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद खड़ा हुआ है। केंद्र ने एनएफएसए राशनकार्डों को लेकर सीमा निर्धारित कर दी है। वर्तमान में तय सीमा से अधिक राशनकार्ड नहीं बनाए जाएंगे। राज्य सरकार को इसी कारण अपात्रों के विरुद्ध अभियान छेडऩे को विवश होना पड़ रहा है। गरीबी रेखा और बेहद कम आमदनी वाले परिवारों की श्रेणी से बाहर निकल चुके अथवा गलत तरीके से इस योजना का लाभ लेने वालों को चिह्नित किया जाएगा। सख्त कदम उठाने से पहले राज्य सरकार ने करीब एक महीने का समय समस्त राशनकार्डधारकों को दिया है। खाद्य मंत्री रेखा आर्य के मुताबिक, अभी तक स्वेच्छा से 3167 राशनकार्डधारक अपने राशनकार्ड वापस कर चुके हैं। इससे करीब 13 हजार यूनिट कम हो गई हैं। उन्होंने कहा कि अपात्र राशनकार्डधारकों की संख्या काफी अधिक है। 31 मई तक राशनकार्डधारकों को मोहलत दी गई है। इसके बाद एक जून से विभाग ऐसे व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इधर, काशीपुर में पूर्ति निरीक्षक आशुतोष भट्ट ने पात्र व अपात्र की जानकारी देते हुए बताया कि उक्त जानकारी से वाकिफ होने के उपरांत 304 सफेद राशनकार्ड धारकों तथा 5 अंत्योदय राशनकार्ड धारकों ने अपने राशनकार्ड विभाग को समर्पित कर दिये हैं।