बड़ी रामलीला के मंचन में लक्ष्मण ने काटी सूर्पनखा की नाक, रावण को आया क्रोध, अब होगा सीताहरण बड़ी रामलीला में पंचवटी, सूर्पनखा संवाद एवं खरदूषण वध का मंचन किया गया

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रिपोर्टर राजीव कुमार रूद्रपुर

बड़ी रामलीला के मंचन में लक्ष्मण ने काटी सूर्पनखा की नाक, रावण को आया क्रोध, अब होगा सीताहरण

 

बड़ी रामलीला में पंचवटी, सूर्पनखा संवाद एवं खरदूषण वध का मंचन किया गया

 

हरिद्वार। श्री रामलीला कमेटी (रजि.) हरिद्वार के तत्वावधान में चल रही बड़ी रामलीला में बुधवार को पंचवटी, सूर्पनखा संवाद एवं खरदूषण वध का मंचन किया गया। कथानक के अनुसार रावण की बहन सूर्पनखा ने वन में राम से प्रणय निवेदन किया। इस पर विवाद बढ़ गया। इस पर लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक काट दी। जब यह समाचार रावण को मिला तो उसने खर-दूषण को राम व लक्ष्मण से युद्ध कराने भेजा। दोनों ओर से भंयकर युद्ध हुआ। अंत में खर-दूषण की मृत्यु हो गई। इस अवसर पर रामलीला मंचन का अवलोकन करने पहुंचे अतिथियों में रानीपुर विधायक आदेश चौहान, वरिष्ठ समाजसेवी और भाजपा नेता डॉ, विशाल गर्ग, हर की पौड़ी चौकी इंचार्ज एस.के चौहान, शिव रत्न केंद्र से सुभाष खत्री तथा व्यवसाई प्रशांत मेहता सहित सभी अतिथियों का कमेटी के पदाधिकारियों अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा, ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील भसीन ट्रस्ट के मंत्री रविकांत अग्रवाल, कमेटी के महामंत्री महाराज सेठ, कोषाध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल ने स्वागत किया। मंच का संचालन संदीप कपूर एवं विनय सिंघल ने किया। दिग्दर्शक भगवत शर्मा एवं कमेटी के सम्मानित ऋषभ मल्होत्रा, कन्हैया खेवड़िया, विकास सेठ, विशाल गोस्वामी, विशाल मूर्ति भट्ट, सुनील वधावान, रमेश खन्ना आदि उपस्थित रहे।मंचन करने वाले कलाकारों में कमेटी के दिग्दर्शक साहिल मोदी, जयंत गोस्वामी, मनोज शर्मा, अंकित, मुकेश तिवारी, संजीव गिरी, अंशु कोरी, पवन सीखोला, राजा नयन, राघव, सीटू गिरी, शिखर जोहरी, रुपाली, वर्षा, हरी चंद आदि ने अपने अभिनय से दर्शकों की तालियां बटोरी।किया गया

हरिद्वार। श्री रामलीला कमेटी (रजि.) हरिद्वार के तत्वावधान में चल रही बड़ी रामलीला में बुधवार को पंचवटी, सूर्पनखा संवाद एवं खरदूषण वध का मंचन किया गया। कथानक के अनुसार रावण की बहन सूर्पनखा ने वन में राम से प्रणय निवेदन किया। इस पर विवाद बढ़ गया। इस पर लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक काट दी। जब यह समाचार रावण को मिला तो उसने खर-दूषण को राम व लक्ष्मण से युद्ध कराने भेजा। दोनों ओर से भंयकर युद्ध हुआ। अंत में खर-दूषण की मृत्यु हो गई। इस अवसर पर रामलीला मंचन का अवलोकन करने पहुंचे अतिथियों में रानीपुर विधायक आदेश चौहान, वरिष्ठ समाजसेवी और भाजपा नेता डॉ, विशाल गर्ग, हर की पौड़ी चौकी इंचार्ज एस.के चौहान, शिव रत्न केंद्र से सुभाष खत्री तथा व्यवसाई प्रशांत मेहता सहित सभी अतिथियों का कमेटी के पदाधिकारियों अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा, ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील भसीन ट्रस्ट के मंत्री रविकांत अग्रवाल, कमेटी के महामंत्री महाराज सेठ, कोषाध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल ने स्वागत किया। मंच का संचालन संदीप कपूर एवं विनय सिंघल ने किया। दिग्दर्शक भगवत शर्मा एवं कमेटी के सम्मानित ऋषभ मल्होत्रा, कन्हैया खेवड़िया, विकास सेठ, विशाल गोस्वामी, विशाल मूर्ति भट्ट, सुनील वधावान, रमेश खन्ना आदि उपस्थित रहे।मंचन करने वाले कलाकारों में कमेटी के दिग्दर्शक साहिल मोदी, जयंत गोस्वामी, मनोज शर्मा, अंकित, मुकेश तिवारी, संजीव गिरी, अंशु कोरी, पवन सीखोला, राजा नयन, राघव, सीटू गिरी, शिखर जोहरी, रुपाली, वर्षा, हरी चंद आदि ने अपने अभिनय से दर्शकों की तालियां बटोरी।

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*स्वरूपनखा की कटी नाक* *खर दूषण का हुआ वध रावण को याद आया अपना तीसरा श्राप* *आज होगा सीता हरण,पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल करेंगे साधु रावण का अभिनय* श्री शिव नाटक क्लब द्वारा आयोजित प्रभु श्री राम जी की लीला के मंचन के आठवें दिन शुभारंभ उत्तराखंड भा.ज.पा. ओ.बी.सी. मोर्चा के उपाध्यक्ष उपेंद्र चौधरी एवं ओम बापू मशीनरी के स्वामी हरीश गुंबर द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया उनके साथ विशाल गुंबर, आशू गुंबर, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष संजय जुनेजा, महामंत्री हरीश अरोरा एवं पवन गाबा “पल्ली” भी उपस्थित थे श्री रामलीला मंचन में स्वरूपनखा का पंचवटी में प्रवेश होता है जिसमे वो श्री राम एवं लक्ष्मणको रिझाने का प्रयास करती है, सफल ना होने पर सीता को हानि पहुंचाने की चेष्टा करती है इस पर लक्ष्मण द्वारा स्वरूपनखा के नाक और कान काट लिए जाते हैं, स्वरूपनाखा अपने भाई खर और दूषण के पास जाती है , उनका प्रभु श्री राम से भीषण युद्ध होता है, श्री राम द्वारा खर दूषण का वध किया जाता है, स्वरूपनखा रावण के पास पहुंचती है और उसको इस घटना की बारे में बताती है, रावण इस आशय को समझ कर की विष्णु भगवान का अवतार धरती पर हो चुका है जो उसको तीसरे श्राप से मुक्ति दिलाएगा , वो मारीच के पास जाने का सोचता है जिससे कि सीता माता का हरण कर सके दर्शकों द्वारा स्वरूपनखा की भूमिका को बहुत सराहा गया विशेष भूमिका स्वरूपनखा गर्व गुलाटी,राम गौरव अरोरा,लक्ष्मण रवि कक्कड़,खर विजय परुथी, दूषण बिट्टू अरोड़ा, रावण अंशुल गुलाटी ने निभाई मंच संचालन जौली कक्कड़ ने किया श्री शिव नाटक क्लब द्वारा सभी अतिथियों का पटका ओढ़ाकर एवं बैच लगाकर सम्मानित किया गया एवं सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर श्री शिव नाटक के सरपरस्त संजय ठुकराल, नरेश शर्मा ,सूरज प्रकाश सुखीजा, चिमन लाल ठुकराल, राजकुमार परुथी, रमेश गुलाटी, अध्यक्ष जगदीश सुखीजा, महासचिव राजकुमार भुसरी, कोषाध्यक्ष बबलू घई, निर्देशक नरेश घई, जीतू गुलाटी,सन्नी घई, अवतार सिंह खुराना, सचिव भारत हुड़िया, प्रचार मंत्री जगमोहन अरोरा, अक्षित छाबड़ा, गौरव गांधी ,प्रवीण बत्रा, विशाल गुंबर, प्रवीण ठुकराल, पुष्कर नागपाल, विशांत भसीन, मनीष अग्रवाल ,राजीव झाम,राहुल अरोरा,अमर परुथी, अनमोल अरोरा,चिराग जुनेजा, हरीश जुनेजा,राजीव भसीन, अरुण अरोरा, राजदीप बठला,बंटी मुंजाल, नैतिक तनेजा,अनमोल घई,चेतन खनिजो, राकेश तनेजा आदि उपस्थित थे