राजीव गौड़ रुद्रपुर ।उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों की फसल कटने को तैयार थी और त्यौहार सर पर है नवरात्रि निकली ही थी और धान की फसल पक के खड़े हो रहे थे । किसान नेता सुब्रत विश्वास ने कहा कि कुछ दिनों पहले प्रशासन के अधिकारी द्वारा न्यूज़ मीडिया के माध्यम से पता भी लगा कि पराली जलाने वाले किसानों के ऊपर उचित कार्रवाई की जाएगी अगर खेत में पराली जलाए तो। आज अधिकतर किसानों की फसल भारी बारिश के कारण बर्बाद हो गई उत्तराखंड और उधम सिंह नगर के शासन प्रशासन के से अनुरोध है की पराली जलाने में जितनी कार्रवाई जल्द से जल्द की जाने की घोषणा की गई थी शासन और प्रशासन से अनुरोध है कि जल्दी उसी प्रकार की घोषणा भारी बारिश के कारण किसानों के फसलों के नुकसान के लिए भी घोषणा किया जाए । त्यौहार का सीजन है कुछ दिनों का दीपावली आने वाली है फसल काटने को तैयार थी किसानों की आशाएं उस फसल से थी परंतु भारी बारिश ने सारी आशाएं किसानों की बर्बाद कर दी और जिसका भारी नुकसान किसानों को हुआ । भीगे हुए खेत में पराली तो नहीं जला पाएंगे परंतु जो खेतों में पड़े धान और फसल बर्बाद हुए हैं उसका भरपाई किसान तो नहीं कर पाएंगे ।इसलिए प्रशासन द्वारा दीपावली से पहले अगर कोई उचित कदम नहीं उठाया गया तो भारतीय किसान यूनियन के सभी साथी रुद्रपुर जिला मुख्यालय के गेट पर टेंट लगाकर धरना देने के लिए मजबूर होंगे जिसका जिम्मेदार शासन और प्रशासन होगा । किसान देश के अन्नदाता है अन्नदाता के संग दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता होने के नाते किसानों के हित के लिए हर संभव प्रयास करना हमारी जिम्मेदारी है। और उत्तराखंड अब भारत के विभिन्न राज्यों में जो भारी बारिश के कारण किसानों का नुकसान हुआ है उसके लिए सरकार किसानों को उनकी खेती के अनुसार मुआवजा प्रदान करें । किसानो की बिजली और लोन माफ करें जिससे किसानों को खराब आर्थिक स्थिति से उबरने में मदद मिल सके ।
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