राजीव कुमार ब्यूरो चीफ उधम सिंह नगर
टांडा जंगल में मिले शव की गुत्थी सुलझी, आत्महत्या निकली मौत की वजह; होटल मालिक ने बदनामी के डर से शव जंगल में फेंका, SSP मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर खुलासा
पंतनगर थाना क्षेत्र के टांडा जंगल में मिले एक अज्ञात युवक के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। शुरुआती तौर पर हत्या का अंदेशा जताने वाली यह घटना अब आत्महत्या में बदल गई है, लेकिन इसमें होटल मालिक की संलिप्तता सामने आई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंहनगर मणिकांत मिश्रा के तत्काल मौके पर पहुंचने और गहन जांच के निर्देशों के बाद, पंतनगर पुलिस ने न केवल मृतक की पहचान की, बल्कि मौत के असली कारणों और शव को जंगल में फेंकने वाले आरोपी को भी बेनकाब कर दिया।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने किया था घटनास्थल का निरीक्षण, दिए थे गहन जांच के निर्देश
दरअसल, पंतनगर थाना क्षेत्र के टांडा जंगल में, फॉरेस्ट रेंजर ऑफिस और संजय वन के बीच, डिमरी ब्लॉक के प्लॉट नंबर 19 (रुद्रपुर नैनीताल राजमार्ग) पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। शव के गले पर रस्सी जैसे निशान थे, जिससे प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या का लग रहा था।
सूचना मिलते ही, एसएसपी मणिकांत मिश्रा अपनी टीम के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे थे। उनके साथ ऊधमसिंहनगर की फील्ड यूनिट और पंतनगर थाना पुलिस भी मौजूद रही। एसएसपी मिश्रा ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया और घटना के शीघ्र अनावरण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और अज्ञात लोगों के विरुद्ध FIR NO-121/2025 धारा-103(1)/238 BNS बनाम अज्ञात हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर गहन जांच शुरू कर दी थी।
आत्महत्या की पुष्टि, होटल मालिक ने बदनामी के डर से शव जंगल में फेंका
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देशों पर की गई गहन जांच और त्वरित कार्रवाई के बाद, आज पंतनगर थाना पुलिस ने इस मामले की परतें खोल दीं। पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक की शिनाख्त भूपेंद्र सिंह चुफाल पुत्र नन्दन सिंह, निवासी मूर्ति नापड़, थाना थल, पिथौरागढ़ के रूप में हुई है, जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष थी।
अब तक की जांच और विवेचना से यह खुलासा हुआ है कि मृतक भूपेंद्र सिंह ने हल्द्वानी स्थित पंजाबी कॉलोनी के अमन होम स्टे में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह सामने आया है कि अमन होम स्टे के मालिक अमनदीप पुत्र बलविंदर सिंह, निवासी कालाढूंगी रोड, पंजाबी कॉलोनी हल्द्वानी, नैनीताल ने डर और बदनामी के कारण मृतक भूपेंद्र सिंह की अपने होम स्टे रजिस्टर में एंट्री नहीं की थी। भूपेंद्र की आत्महत्या के बाद, अमनदीप ने शव को ठिकाने लगाने की नीयत से उसे टांडा जंगल में फेंक दिया था।
कानूनी कार्रवाई जारी
पुलिस ने अमनदीप के खिलाफ भी आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। मुकदमे में साक्ष्य संकलन की कार्रवाई प्रचलित है और पुलिस इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी गहनता से जांच कर रही है ताकि घटना के हर बिंदु को स्पष्ट किया जा सके। इस खुलासे से यह भी स्पष्ट हो गया है कि शुरुआती तौर पर हत्या माने जा रहे मामले में असल वजह आत्महत्या थी, जिसे छिपाने का प्रयास किया गया था ।