रिपोर्टर राजीव कुमार उधम सिंह नगर
रुद्रपुर। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती महानगर कांग्रेस कमेटी ने सिटी क्लब में धूमधाम से मनाई। इस अवसर पर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने पंडित नेहरू की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने पंडित नेहरू के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश को आजादी दिलाकर सशक्त और अऽंड भारत का निर्माण किया। आज का आधुनिक भारत पंडित नेहरू की दूरदृष्टि का ही परिणाम है। भारतीय राष्ट्रवाद के प्रारंभिक वर्षों के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले वह सबसे बड़े प्रतीक थे। पंडित नेहरू न केवल अपने समय की ऐतिहासिक घटनाओं का गहराई से आकलन करने वाले दूरदर्शी व्यक्ति थे, बल्कि उच्च उपलब्धियों के लिए उनमें सक्रिय रूप से भाग लेने वाले भी थे। पंडित नेहरू ने भारत सहित एशिया और अफ्रीका के देशों में राष्ट्रीय स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में एक कठोर लहर पैदा की थी। पंडित नेहरू ने पूरे विश्व के स्वतंत्रता सेनानियों को अपना संपूर्ण नैतिक, भौतिक और एकात्मक समर्थन दिया था। वह पूरे महाद्वीप के लिए एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में उभरे और नस्लवाद और उपनिवेशवाद को समाप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित थे। उन्होंने अपने समय की प्रगतिशील और शांतिप्रिय ताकतों को एकजुट करने में प्रभावी भूमिका निभाई थी।
जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा ििलऽत ‘भारत की ऽोज’ और ‘विश्व इतिहास की एक झलक’ पुस्तकें समस्त मानवता के प्रति उनके प्रेम का उदाहरण है। उन्होंने कभी भी अपनी देशभक्ति पर अंतर्राष्ट्रीयता नहीं थोपी और यहां तक बताया कि भारत की सांस्कृतिक विविधता हमें दुनिया को उसके सभी रूपों में समझने और सराहने में मदद करती है। पंडित नेहरू हमेशा कहते थे कि भारत में सभी धर्मों और समुदायों को बिना किसी भेदभाव के समान सम्मान दिया जाएगा। वे विघटनकारी एवं साम्प्रदायिक ताकतों के पूर्णतः विरोधी थे। वे धर्मनिरपेक्षता के निर्भीक समर्थक थे। आज कांग्रेस उन्हीं के विचारों को आगे ले जाने का काम कर रही है।
महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्षा श्रीमती मीना शर्मा ने कहा कि पंडित नेहरू ने भारत के आंतरिक और बाह्य मामलों में दूरदर्शिता दिखाई और इसी कारण विदेशों में भारत की छवि निखरती गई। पंडित जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में भारत ने विश्व में एक अलग पहचान स्थापित की। संविधान सभा की स्थापना से लेकर संवैधानिक अधिकारों के लागू होने तक नेहरू जी भारत को एक स्वतंत्र समाजवादी, संप्रभु और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में तैयार करने में लगे रहे, ताकि भारत नये युग की चुनौतियों का सामना कर सके। वह अपनी आखिरी सांस तक इसी प्रयास में लगे रहे। पंडित नेहरू ने भारत को विश्व में सशक्त बनाया। आज पंडित नेहरू के आदर्शों पर चलकर देश को एकजुट और अखंड रखने की जरूरत है। मजबूत कांग्रेस ही यह कार्य कर सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सेवा कार्य में सबसे आगे है। देश को पंडित नेहरू के दिखाए रास्ते पर चलने की जरूरत है। लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण देश का संविधान और अखंडता खतरे में है।
इस अवसर पर ममता रानी, सुनील आर्य, सतीश कुमार, बाबू विश्वकर्मा, गोपाल भसीन, मोहन खेड़ा सौरभ चिलाना, बाबू खान, हरीश बावरा, सुहैल खान, प्रीति साना, सपना गिल, राधेश्याम बंसल, छत्रपाल, रामकृष्ण सैनी, सुदर्शन प्रजापति, बाबू मंसूरी, इरशाद खान, केपी गंगवार, स्वामी आधार श्रीवास्तव, रामधारी गंगवार, मोनिका ढाली, आरिफ खान, साजिद खान, डीपी यादव आदि मौजूद थे।