एसटीएफ व पुलिस की टीम ने नकली सीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

Spread the love

रिपोर्टर जुगनू काशीपुर

एसटीएफ व पुलिस की टीम ने नकली सीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

काशीपुर। नकली सीमेन्ट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर एसटीएफ व पुलिस की टीम ने मुरादाबाद के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। साथ ही मौके से नकली सीमेंट के 1250 कट्टे, नकली सीमेंट के 1200 खाली कट्टे, नकली सीमेंट बनाने के उपकरण और एक ट्रक व कैंटर कब्जे में लिया है। एसटीएफ कुमायूं के निरीक्षक एमपी सिंह ने कोतवाल मनोज रतूड़ी को सूचित किया कि मुखबिर से सूचना मिली है कि अलीगंज रोड पर पैराडाइज कालोनी के पास नकली सीमेन्ट बनाने की फैक्ट्री चल रही है। जिस पर कोतवाल मनोज रतूड़ी, टांडा उज्जैन चौकी प्रभारी मनोज जोशी, एसआई सन्तोष कुमार देवरानी व कंचन पडलिया के साथ मौके पर पहुंचे। यहां एसटीएफ के निरीक्षक एमपी सिंह, एसआई एसटीएफ केजी मठपाल, हेड कानिस्टेबल जगपाल सिंह, संजय कुमार, नवीन कुमार एवं अल्ट्राटेक के सीनियर मैनेजर संजय शर्मा मिले। इसके पश्चात पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची तो देखा कि पैराडाइज कालोनी की बगल में एक बड़े से गोदाम के अन्दर नकली सीमेन्ट की फैक्ट्री चल रही है। गोदाम परिसर में एक ट्रक व एक कैंटर खड़ा है। ट्रक में मौजूद ड्राईवर ने अपनी पहचान भूपेन्द्र पुत्र अखलेन्द्र कुमार निवासी ग्राम मुड़िया होलास, थाना बरखेड़ा, जिला पीलीभीत के रूप में कराते हुए बताया कि उसके ट्रक में अल्ट्राटेक कम्पनी के डेमेज सीमेन्ट के कुल 550 कट्टे लदे हुए हैंं, जिसे वह रुद्रपुर से लेकर आया है। वहीं कैंटर चालक ने अनस पुत्र यामीन निवासी टांडा बादली जिला रामपुर के रूप में पहचान कराते हुए बताया कि वह भी रुद्रपुर से सीमेन्ट के करीब 350 कट्टे लाद कर लाया है। इस माल को दिल्ली लेकर जाना है। ये माल मुझे कमल ने लोड कराया था। दोनों ड्राईवरों ने बताया कि हमें माल लाने, ले जाने का किराया मिलता है। उक्त परिसर मे दो बड़े गोदाम बने हुये हैं। प्रथम गोदाम में सीमेन्ट के नये व पुराने कट्टे काफी संख्या में बंडल बना कर रखे हुये हैं तथा अल्ट्राटेक सीमेन्ट, एसीसी, माईसेम और बांगर सीमेन्ट लिखे काफी संख्या में कट्टे रखे हुए मिले। एक इलेक्ट्रानिक कांटा भी रखा था। जबकि दूसरे गोदाम में एक व्यक्ति मिला। यहां काफी संख्या में सीमेन्ट के कट्टे एक के ऊपर एक करके रखे हुए थे। पूछताछ में उक्त व्यक्ति ने अपना नाम कमल सागर पुत्र छोटे सागर निवासी ग्राम उझहरी, पोस्ट टोनरिया, थाना नगरी, जिला मुरादाबाद बताया। पूछताछ के दौरान कमल ने बताया कि यह गोदाम वसीम पुत्र मेहंदी हसन निवासी पत्थरखेड़ा, थाना भोट, जिला रामपुर ने किराये पर ले रखा है। मैं वसीम का मुंशी हूं। वसीम अक्सर यहां आता है और आज भी थोड़ी देर पहले ही यहां से गया है। ये सारा काम उसी का है और मैं उसके कहने पर ही काम करता हूं। कमल ने बताया कि वसीम डैमेज सीमेन्ट को सस्ते दामों में खरीदकर यहां लाता है और उस सीमेन्ट मे से हम बड़े-बड़े सीमेन्ट के ढल्लों को छन्ने के माध्यम से हटा देते हैं और सीमेन्ट के छोटे-छोटे ढल्लो को कूटकर बारीक करते हैं और उसके बाद सीमेन्ट के नये कट्टो में भरकर दिल्ली भेज देते हैं। एसटीएफ के साथ आये अल्ट्राटेक सीमेन्ट के अधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि जिन कट्टो में हमारी कम्पनी अल्ट्राटेक का नाम अंकित है वो कट्टे डुप्लीकेट तरीके से छपवाये गये हैं। इन कट्टों में जो बैच नम्बर व एमआरपी अंकित हैं, वे स्पष्ट नहीं हैं और भिन्न हैं, जबकि हमारी कम्पनी के जो कट्टे होते हैं उनके बैच नम्बर व एमआरपी स्पष्ट पढ़ने में आते हैं। संजय शर्मा ने बताया कि काशीपुर मंे हमारी कम्पनी अल्ट्राटेक सीमेन्ट की कोई भी फैक्ट्री नहीं है। इनके द्वारा हमारी कम्पनी के नाम से कट्टे छपवाकर उन कट्टों में डैमेज सीमेन्ट को असली सीमेन्ट के रूप मे बताते हुये धोखाधड़ी कर मार्केट मे बेचकर लाभ कमाया जा रहा है। साथ ही कम्पनी के नाम का इस्तेमाल कर सीमेन्ट बेचकर कम्पनी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जो कि धारा 420/467/468/471 भादवि धारा 63/65 कापीराईट एक्ट 1957 व धारा 102/104 ट्रेड मार्क एक्ट 1999 का उल्लंघन है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि कमल सागर को गिरफ्तार कर लिया गया है। फैक्ट्री संचालक वसीम के खिलाफ उत्तराखंड व यूपी में नकली सीमेंट फैक्ट्री चलाने के कई मुकदमे दर्ज हैं। उसकी तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।

More From Author

एसटीएफ व पुलिस की टीम ने नकली सीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

पटाखे जैसी आवाज निकालने व आग उगलने वाले साइलेंसरों के विरुद्ध उधम सिंह नगर पुलिस की कड़ी कार्यवाही, ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले 200 से अधिक रेट्रो साइलेंसर व 158 प्रेशर हॉर्न किए गए नष्ट ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *