राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के विभिन्न पहलुओं को समझने के साथ ही इसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए मुख्य कोषाधिकारी डाॅ.पंकज कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में डाॅ.एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डाॅ.एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित एनपीएस कार्याशाला में प्रशिक्षकों रमेश तथा योगेंद्र ने सभी आहरण संवितरण अधिकारियों कोे पेंशन की राशि का भुगतान करने और इसकी वापसी के संबंध में जानकारी दी। इसके साथ ही एनपीएस से विभिन्न सुविधाओं का लाभ लेने के लिए एक ही प्रान नम्बर का उपयोग करने को कहा। राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत पंजीकृत कर्मचारी के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा देने की स्थिति में सेवा स्थल पर अपने प्रान नम्बर की जानकारी अवश्य देना चाहिए। कार्यशाला में बताया गया कि कर्मचारी अपने तनख्वाह से होने वाले कटौती की जानकारी भी एनपीएस या मोबाईल एप्प के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। प्रश्नोत्तर के माध्यम से भी एनपीएस के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही एनपीएस में कार्य के दौरान होने वाले शंकाओं को भी दूर किया गया।
मुख्य कोषाधिकारी डाॅ.पंकज कुमार शुक्ल ने बताया कि 2005 से लागू हुई राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली से जुड़े हुए शासकीय सेवकों को उनकी पेंशन और अन्य बकायों का समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जायेगा। इस प्रणाली से जुड़े शासकीय सेवक अब सेवानिवृत्त होने लगे हैं। सेवानिवृत्त होने वाले इन शासकीय सेवकों को समय पर पेंशन और अन्य बकायों का भुगतान सुनिश्चित हो इसके लिये व्यापक प्रबंध किये जा रहे हैं। इसी के तहत सभी शासकीय कार्यालयों में वेतन आहरण से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों को भुगतान प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली से जुड़े शासकीय कर्मचारियों, कार्पोरेट कर्मचारियों और एनपीएस सर्व नागरिक मॉडल के सदस्यों के निर्धारित आयु के पश्चात सेवानिवृत्ति पर निकासी की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। एनपीएस अभिदाता को लाभदायक एन्यूटी चयन करने, सेवानिवृत्ति पर अपनी जमा राशि का अंतिम रूप से भुगतान प्राप्त करने की प्रक्रिया, नॉमिनेशन दर्ज करने, ऑनलाइन एनएसडीएल पोर्टल पर अपने खाते की विवरणी देखने आदि के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि प्रत्येक अभिदाता और संबंधित अधिकारियों को एनपीएस से संबंधित सम्पूर्ण प्रक्रिया की जानकारी होना आवश्यक है, ताकि अभिदाता को समय पर राशि का भुगतान हो सके और परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इस दौरान अभिदाताओं द्वारा एनपीएस से संबंधित आ रही विभिन्न कठिनाईयों के संबंध में सवाल भी पूछे गये, जिनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संतोषप्रद जवाब देकर समाधान किया गया। कार्यक्रम में प्रजेंटेशन के माध्यम से एनपीएस के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला में कोषाधिकारी जुबक मोहन सक्सैना, सहायक निदेशक मत्स्य संजय कुमार छिमवाल, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्ध, सहित अन्य आहरण-वितरण अधिकारी आदि उपस्थित थे।