“ऑन द स्पॉट सैलूशन” करते हुए क़ृषि मंत्री ने क़ृषि सचिव क़ो बुला कर दिए निर्देश।*
पंतनगर, क़ृषि मंत्री बने अभी एक माह भी नहीं हुआ कि क़ृषि मंत्री आज विश्व भर में ख्याति प्राप्त एवं भारतीय हरित क्रांति क़ो साकार करने में महती भूमिका निभाने वाले पंतनगर विश्व विद्यालय पहुँचे। विश्वविद्यालय की समस्याओं क़ो सुन कर क़ृषि मंत्री ने तत्काल सचिव क़ृषि क़ो तत्काल तलब किया और समस्त समस्याओं क़ो संज्ञान लेने तथा ज्यादा गंभीर समस्याओं पर तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए।
एक शानदार इकतेफाक यह भी रहा कि, आज क़ृषि मंत्री के पहले दौरे के दिन ही पंतनगर विश्वविद्यालय के नये कुलपति डॉ. ए के शुक्ला द्वारा भी कार्यभार लिया गया। विश्वविद्यालय के सभी आठ महाविद्यालयों के प्रतिनिधियों की उपलब्धियों और समस्याओं क़ो ध्यानपूर्व एवं दो घंटे तक विस्तार पूर्वक सुनने के उपरांत कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा की मेरे लिए यह विभाग अभी नया है, मैं अभी कार्यप्रणाली क़ो समझ रहा हूँ । परन्तु जहाँ समझ में आ रहा है वहां ऑन द स्पॉट ही समाधान भी कर रहा हुँ । अभी उद्यान की बैठक में समझ आया कि अटैचमेंट के कारण काम बाधित हो रहा है, इसलिए तत्काल आदेश देते हुए उद्यान विभाग कृषि विभाग तथा ग्राम विकास विभाग निरस्त कर दिया गया है।
जहां तक आपकी समस्याओं का सवाल है तो वह मोटा मोटा तीन प्रकार की हैं। कुछ बातें केंद्र सरकार स्तर की हैं और कुछ समस्याओं क़ो आप अपने लोकल स्तर से ही निकलते हैं। मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि शासन स्तर से आपकी जो भी समस्याएं हैं उनका वाजिब और अविलंब समाधान निकाला जाएगा। किसके लिए विभागीय सचिव इस मीटिंग के बाद आपके साथ अलग से समय देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मैं एक फौजी होने के नाते रिजल्ट ओरिएंटेड काम चाहता हूं, जो कहता हूं दो टू कहता हूं।
पंतनगर विश्वविद्यालय का जो इतिहास और गौरवशाली उपलब्धियां रही हैं उसकी रोशनी में अगर देखा जाए तो विश्वविद्यालय का आउटलुक विश्वविद्यालय की छाती को बताता नहीं है। आज के आधुनिक समय में आप की गतिविधियों को मॉडर्नाइज किए जाने की नितांत आवश्यकता है। स्पॉन्सर्ड रिसर्च के माध्यम से कुछ विद्यालय के अंदर फंड फ्लो भी बढ़ेगा और वैरायटी ऑफ रिसर्च भी।
उन्होंने विश्वविद्यालय अधिकारियों को अपने लक्ष्य निर्धारित करने का निर्देश दिया और कहा कि मैं 3 महीने के बाद फिर से इन कामों की रिपोर्टिंग लूंगा।
आप मुझे बताएंगे कि आप के आय के स्रोत क्या है आपकी आय को कैसे बढ़ाया जा सकता है? और आपके उपलब्ध संसाधनों का कैसे ज्यादा बेहतर ऑप्टिमाइज़ यूज किया जा सकता है? ब्रीडर सीड का कितना उत्पादन किया जा रहा है और उसमें उत्तराखंड को कितनी प्राथमिकता दी जा रही है? वेटरनरी में पिछले 5 सालों में क्या उपलब्धियां प्राप्त की गई हैं? माननीय प्रधानमंत्री जी के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम मिशन मिलेट के लिए क्या कार्य योजना तैयार की जा रही है? राज्य के पर्वतीय जनपदों मैं छोटी जोत के किसानों के लिए आपके कौन कौन सी सक्सेस स्टोरी है? और इन सफल प्रयोगों को आपने कितना विस्तारित करवाया है? मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में किसानों को प्रेरित करने के लिए क्या किया जा रहा है? और सबसे बड़ी बात आप मुझे यह बताएंगे क्या आपके द्वारा किए जा रहे कामों का वास्तविक धरातल में क्या लाभ किसानों को मिल रहा है? मैं चाहूंगा कि आप सभी प्रधानमंत्री मोदी जी के “परफॉर्म, रिफार्म और ट्रांसफार्म” के मंत्र पर काम करें ।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, क़ृषि सचिव आर मिनाक्षी सुंदरम, कुलपति ए के शुक्ला आदि उपस्थित रहे।