रिपोर्टर राजीव कुमार रुद्रपुर
किच्छा:- अतिक्रमण पर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं जिला प्रशासन द्वारा स्पष्ट रूप से विराम लगाए जाने के बाद भी कांग्रेस के अध्यक्ष एवं कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा अलग-अलग धरना देना कांग्रेस में घोर गुटबाजी एवं सरकार के विरुद्ध मुद्दों के अभाव को दर्शाता है तथा यह भी कि जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है वहीं कांग्रेसी धरना प्रदर्शन कर सकती है क्योंकि अन्य जगहों पर उनके पास जनता का समर्थन नहीं है। उक्त बातें कल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के किच्छा में धरना के पश्चात आज पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कही।
शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष को जनता जुटाने के लिए कांग्रेस के झंडे बैनर का भरोसा नहीं है इसलिए प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष तिलकराज बेहड़ जो विधायक भी हैं वह धरने में कांग्रेस का झंडा लगाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए और उसके अगले ही दिन उनका विरोधी गुट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के साथ उन्हीं की विधानसभा में झंडे बैनर से धरना दे रहे हैं, लगता है कि किच्छा में बिल्ली के भाग से छींका क्या दूर गया है, किच्छा कांग्रेसियों का मक्का मदीना बन गया है और हर कांग्रेसी नेता को जब हज करने की इच्छा हो रही है तो वह किच्छा मुंह उठाकर चला रहा है।
विधायक शुक्ला ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस उनका सम्मान नहीं करती, बीच में वे अपने कार्यकर्ताओं से भाजपा में जाने की बात भी कह रहे थे, उन्होंने अपनी उपेक्षा सार्वजनिक रूप से व्यक्त की। सवाल यह है कि कांग्रेस पार्टी में प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर बैठे एक वरिष्ठ विधायक पूर्व मंत्री भी रहे हैं जब उन्हें लग रहा है कि कांग्रेस में भविष्य नहीं है और अपनी पूछ बढ़ाने के लिए उन्हें भाजपा नेताओं को घर बुलाकर कांग्रेस को ब्लैकमेल करना पड़ रहा है और अपनी पार्टी के प्रदेश स्तर के नेताओं के पूरे खानदान को समाप्त करने की धमकी देनी पड़ रही है इससे कांग्रेस का हाल जाना जा सकता है।
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि भाजपा में प्रवेश की अनुमति न मिलने पर अब बेहड़ को कांग्रेस पार्टी व लोकसभा चुनाव की याद आ रही है, और अतिक्रमण हटाओ अभियान को मुद्दा बनाकर कांग्रेसी जनता नहीं अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं और किच्छा में चूकि प्रशासन को सड़क किनारे मजारो को हटाना है इसलिए कांग्रेसी मजार को हटाने के नाम पर कुछ लोगों को लाकर धरना प्रदर्शन की नौटंकी कर रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के पास जनहित के मुद्दों का अभाव है।