काशीपुर संत निरंकारी सत्संग भवन काशीपुर में एक विशाल वार्षिक निरंकारी महिला संत समागम आयोजित किया गया!
इस अवसर पर सतगुरु के संदेश को महिलाओं द्वारा प्रत्येक जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया! सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु निरंकारी बहनों और भाइयों ने मिलकर इस संत समागम में शिरकत की!
इस अवसर पर आयोजित सत्संग कार्यक्रम में बहन नीलम जी (जसपुर) ने यहां पहुंच कर इस समागम की शोभा बढ़ाई। उन्होंने अपने प्रवचनों में यही समझाने का प्रयास किया दुनिया की हर चीज परिवर्तनशील है। जो आज है वह कल नहीं होता परिवर्तन होता रहता है। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के संदेश को आगे बढ़ाते हुए बहन जी ने अपने वचनों में कहा कि हम सब एक ही परमपिता परमात्मा की संतान है! आपस में प्यार और नम्रता का व्यवहार तथा एक दूसरे को पहल देने की सोच हमारी रहनी चाहिए। यह कार्यक्रम समस्त निरंकारी महिलाओं एवं श्रद्धालुओं के द्वारा आयोजित किया गया। मंच का संचालन बहन राजेश गुप्ता जी एवं बहन मुन्नी चौधरी जी के द्वारा किया गया और यह जानकारी भी दी गई कि यह “महिलाओं का संत समागम”वर्ष 1981 यानी लगभग 43 वर्षों से निरंकारी सत्संग भवन पर हो रहा है।
आज प्रातःकाल 8:00 बजे से सेवादल की रैली, पीटी परेड, प्रार्थना, मार्चिंग गीत और खेलकूद किए गए। तत्पश्चात 10:00 बजे से 1:00 बजे तक सत्संग का कार्यक्रम जारी रहा। लघु नाटिका, गीत, कव्वाली और कवि दरबार का आयोजन किया गया। सभी भक्तों ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के उसूलों पर चलने की प्रेरणायें दी तथा भक्ति के साथ-साथ हमने अपनी गृहस्थी में किस प्रकार से एक दूसरे का सम्मान करते हुए प्यार से बैलेंस बनाकर जीवन जीने का तरीका अपनाना है।
स्थानीय इंचार्ज राजेंद्र अरोड़ा जी द्वारा मुख्य अतिथि बहन नीलम जी एवं साधसंगत का धन्यवाद किया। वहीं उन सभी बुजुर्ग माताओं एवं बहनों का जिक्र किया जिन्होंने काशीपुर में एक जुट होकर निस्वार्थ भाव से भक्ति की प्रेरणायें दी। यह जानकारी स्थानीय निरंकारी मीडिया प्रभारी प्रकाश खेड़ा द्वारा दी गई।