jugnu khan-kashipur
काशीपुर। सरकार ने कच्चे रास्तों को पक्का करने की बहुत सी घोषणाएं की हुई हैं, जिन पर विभागीय अधिकारी काम करने का दावा करते हैं। लेकिन, जो सड़कें पहले सी ही पक्की हैं और गड्ढों में तब्दील हो रही है उनकी तरफ न तो सरकार के नुमाइंदों का ध्यान जा रहा है और न ही विभाग के कार्यालयों में बैठे उच्च अधिकारियों का। सड़कों की मरम्मत के लिए प्रति वर्ष लाखों रुपये का बजट विभागों में आता है। सड़कों की हालत को देखकर ऐसा लगता है यह बजट मात्र फाइलों में ही पूरा हो रहा है और सरकार का गड्ढा मुक्त सड़कों का अभियान दम तोड़ता हुआ नजर आ रहा है। विभागीय लापरवाही के चलते औद्योगिक क्षेत्र महुआखेड़ागंज में सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। गड्ढे होने के कारण वाहन चालकों और राहगीरों को जान का जोखिम बना रहता है। सड़क पर गड्ढे होने के चलते वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। विभागीय अधिकारी उक्त सड़क के गड्ढों को भरवाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। जनप्रतिनिधि भी इस ज्वलंत समस्या को नजरअंदाज करने से नहीं चूक रहे हैं। उत्तराखंड की तत्कालीन सरकार में काबीना मंत्री और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष एवं बाजपुर विधायक यशपाल आर्य के विधानसभा क्षेत्र बाजपुर अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्र महुआखेड़ागंज में काफी समय से क्षतिग्रस्त सड़क से रोजाना सैकड़ों हल्के व भारी वाहन गुजरते हैं। सड़क पर गड्ढे व्याप्त होने के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। पूर्व काबीना मंत्री ने इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया तो संबंधित विभाग के अधिकारियों ने भी अपना फर्ज निभाना जरूरी नहीं समझा। आज हालात ये हैं कि इस सड़क पर चलना दूभर हो गया है। इसका सीधा असर कच्चे माल की आपूर्ति पर पड़ रहा है। वाहन चालक यहां आने से कतराते लगे हैं। आम आदमी पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शादाब आलम ने कहा कि सरकार विकास के बड़े-बड़े वादे और दावे करती है लेकिन महुआखेड़ागंज में इन दावों की हवा निकल चुकी है। उन्होंने नगरपालिका प्रशासन पर भी निशाना साधा और कहा कि जनसमस्याओं से किसी को कोई सरोकार नहीं है।