शौर्य दिवस पर कारगिल के शहीदो को याद किया गया पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में अफसर और जनप्रतिनिधि पहुंचे

Spread the love

रिपोर्टर राजीव कुमार

शौर्य दिवस पर कारगिल के शहीदो को याद किया गया

पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में अफसर और जनप्रतिनिधि पहुंचे

रूद्रपुर 1999 मे हुए कारगिल युद्ध के शहीदो की स्मृति मे कारगिल विजय दिवस को शौर्य दिवस के रूप मे पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक स्थल मे श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री सुरेश परिहार, एसपी सिटी मनोज कत्याल, उपजिलाधिकारी मनीष बिष्ट, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी आरएस धपौला, पुलिस विभाग एवं विभिन्न विभागो के अधिकारियो, जनप्रतिनिधियो व भूतपूर्व सैनिको द्वारा कारगिल युद्ध मे शहीद हुए जनपद के हवलदार पदम राम व राइफलमैन अमित नेगी के चित्रो पर पुश्पचक्र अर्पित किये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कारगिल दिवस के शहीदो को कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा कि सैनिक कठिन व विशम भौगोलिक परिस्थितयो मे भी सीमाओं पर देश की रक्षा कर रहे है, हम उनके परिजनो को सम्मान दें साथ ही सैनिको का कोई भी कार्य हो उसे प्राथमिकता से पूर्ण करना चाहिये। जिन वीर सैनिको ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किये, उन्हें याद करने के साथ उनकी कुर्बानी को भी याद रखना चाहिये। उन्होने कहा वीर शहीदो के परिवारो के प्रति हमारा जो दायित्व बनता है, उसे हमे पूरा करना चाहिये ताकि वे अपने को गौरवान्वित महसूस करें यही उन वीर सपूतो को जिन्होने देष की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहूती दी उनको सच्ची श्रद्धांजली होगी।
क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा ने कहा कि कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं, यह देश के सैनिकों के एवं अदम्य साहस का प्रतीक है। कारगिल युद्ध में राज्य तथा देश के वीर सपूतों ने अपने अदम्य साहस की जो इबारत लिखी वह भारतीय सेना के इतिहास का गौरवशाली हिस्सा है। कारगिल में टोलोलिंग पर्वत चोटी से लेकर द्रास सेक्टर तक दुश्मनों को परास्त करने में उत्तराखण्ड के 75 वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी। इस युद्ध में जनपद ऊधमसिंह नगर के दो वीर सपूतों, हवलदार पदम राम तथा राइफलमैन अमित नेगी, ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। उन्होने कहा कि भौगोलिक व मौसम की विशम परिस्थितियों में देश के सैनिको का शौर्य , साहस और संघर्ष की क्षमता के आधार पर देश विजयी हुआ। उन्होने कहा कि यह भारत के इतिहास की बहुत बड़ी विजय है, हम सब के लिए गर्व का दिन है। आज पूरा देश अपने 527 शहीद सैनिको की शहादत पर गर्व कर रहा है और जो सैनिक आज सीमाओं पर हमारी सुरक्षा कर रहे है, हमारी स्वतन्त्रता को निरन्तर अक्षुण बनाये हुए है उनके प्रति आज का दिन समर्पण का दिन है। उन्होने कारगिल विजय दिवस की शुभकामनाऐं दी।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी आरएस धपौला ने बताया कि सन् 1999 मे हुए कारगिल युद्ध के कारणो एवं कारगिल मिशन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने कहा कारगिल युद्ध मे भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए कारगिल युद्ध को जीता। उन्होने बताया इस युद्ध मे देश के 527 जवान शहीद हुए जिसमे प्रदेश के 75 व जनपद के 02 जवान शामिल है। इस युद्ध मे देश के 1300 जवान घायल हुए। उन्होने बताया कि इस युद्ध मे शहीद हुए जवानो की स्मृति मे प्रत्येक वर्श 26 जुलाई को कारगिल दिवस शौर्य दिवस के रूप मे मनाया जाता है।
शौर्य दिवस के अवसर पर जनपद में शिक्षण संस्थाओं द्वारा कारगिल युद्ध/देश भक्ति से सम्बन्धित चित्रकला, निबन्ध एवं कविता पाठ एवं खेल विभाग द्वारा आयोजित क्रास कन्ट्री प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष जिला सैनिक परिषद आरपी सिंह, यूएस चौहान, सदस्य राज्य सैनिक परिशद खड़क सिंह कार्की, अध्यक्ष पूर्व सैनिक जिला लीग मेजर उपाध्याय,
अन्य लोग उपस्थित थे।

More From Author

देहरादून कारगिल युद्ध में भारत की जीत को विजय शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है । इस दिवस के अवसर पर देहरादून के गांधी पार्क में कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

संयुक्त किसान मोर्चा उत्तराखंड की रुद्रपुर इकाई द्वारा किसानों की 16 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा भेजा गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *