प्रेस वार्ता कर अटारिया मंदिर के महंत पुष्पा देवी के पुत्र अरविंद शर्मा ने शक्ति विहार कालोनी में प्लॉट का फर्जीवाड़ा करने वालो के खिलाफ खोला मोर्चा
रूद्रपुर। अटरिया रोड़ स्थित शक्ति विहार कालोनी में कुछ लोगों को प्लॉट बेचने के नाम पर भारी फर्जीवाड़ा किया गया है। जिस सन्दर्भ में न्यायालय में बाद दाखिल कर दिया गया है। प्लॉट बेचने वालों ने सिद्धपीठ प्राचीन अटरिया मंदिर की महंत पुष्पा देवी की जमीन पर भी कब्जा कर लिया हैं। पत्रकारों से बातचीत करते प्राचीन अटरिया मंदिर के पंड़ित अरविंद शर्मा ने बताया कि शक्ति विहार निवासी कुछ लोग उनकी माता महंत पुष्पा देवी की भूमि पर कब्जा कर लोगों को धोखा देकर उसे बेचकर निर्माण करा रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ पुख्ता सबूतों के साथ न्यायालय मंें वाद दायर करने के बाद न्यायालय के आदेश पर निर्माण कार्य रूकवा दिया गया। उन्होंने बताया कि भूमि बेचने वालों की एवं उनकी माता की भूमि की तीन तरफ से सीमायें लगती हैं। उक्त सभी सह खातेदारी में पट्टे सरकार द्वारा दिये गये थे। उन्होंने बताया कि तहसील रिकार्ड में उपलब्ध भूमि के नक्शे के अनुसार उनकी भूमि पर उनका कब्जा है लेकिन शक्ति विहार के किशोर शर्मा ने अनेक लोगों को गुमराह कर उनकी भूमि को बेचकर गलत रजिस्ट्री करवाई हैं। जिसकी जांच कराया जाना आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को प्लॉट बेचे गये हैं उनमें अनेक लोगों को यह भी पता नहीं है कि जिस भूमि पर उन्होंने मकान बनाया है क्या वास्तव में यह वही भूमि है जिसकी रजिस्ट्री की गई है। पं. शर्मा ने बताया कि जो व्यक्ति उन्हें आपराधिक प्रवृति का होना बता रहा है, वह खुद भी कितना बढ़ा आरोपी था। उन्होंने कहा कि वह चाहते है कि सम्पूर्ण भूमि की प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में नक्शे के अनुसार नाप जोख की जाये। जिसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। पं. शर्मा ने बताया उनके साथ अन्याय हो रहा है न्याय के लिए ही उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। उन्हें पूरा भरोसा है कि न्यायालय से उन्हें न्याय मिलेगा। श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि उपरोक्त फर्जीवाड़े के पीछे किशोर शर्मा और उनके साथी लोग है। उनकी भूमि पर बन रहे मकान पर माननीय न्यायालय द्वारा रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण भूमि की प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में नक्शे के अनुसार नाप जोख हो जाने के बाद शक्ति बिहार कालोनी में हुये फर्जीवाड़े की पूरी कहानी सबके सामने आ जायेगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आम लोगों की खून पसीने की कमाई हड़पने में जुटे हुये है जिसका वह विरोध करते है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त कालोनी में प्लाट लेने से पहले सम्बंधित प्लाट के सभी कागजात की जांच कराये जाने के बाद ही कोई व्यक्ति वहां प्लाट ले ताकि वह अपनी मेहनत की कमाई को डूबने से बचा सके। उन्होंने कहा कि वह उक्त कालोनी में हुये फर्जीवाड़े को लेकर लम्बी कानूनी लड़ाई लड़ेगे ताकि उनका हक उन्हे मिल सके।